मुश्किल बहुत है किए हुए वादे को निभाना
 
  आसान है वादा करना ,  पर मुश्किल बहुत है किए हुए वादे  को निभाना ,  बेकार मत समझना,  बहुत खूब ऍक तरीका है ये,  कि न यकीन करने वाले को भी,  वादा करके यकीन है दिलाना ,  पर बहुत मुश्किल है किए हुए वादे को निभा पाना....     कुछ तो ऐसे भी होते है,  जो दिखने में अपने,  पर असली में गैरो से भी बुरे होते है,  वो भी मदद माङते है वादे की,  और यकीन दिलाने की खातिर्,  झूठी कसमे खाते फिरते है,  जब काम निकल जाता है,  हर वादे को भूल निकल फिर जाते है.....       अब जादा क्या कहू,  इतना तो मै जानता नही,  जिंदगी तो मेरी भी बहुत कुछ देख चुकी है,  पर मै ख़ुद को इतना ख़ास मानता नही,  बस इतना जरूर कहुगा ,  कि मुझे भी कयी वादों ने ही ळूटा है,  कभी तो अपनी ही गलतियो Sए,  तो कभी उसके झूटे वादों से मेरा दिल भी बहुत टूटा है...