अजनबी की तरह.......🖋🖋🖋🖋📝


सुध - बुध सब खोकर
जिसकी तलाश में भटका
एक अरसा बाद
वो मुझे मिला भी
तो किसी अजनबी की तरह…..!

सुख-चैन सब गंवाकर,
खुद से खुद को चुराकर
जिसे हर पल सीने से लगाये रखा,
वो आज दूर गया मुझसे,
तो किसी अजनबी की तरह……!!

साँसों में उसका नाम सजाकर
उसे अपनी धड़कनें बनाकर
जिसे बेइंतहां चाहा
वो मुझसे खफा भी हुआ
तो किसी अजनबी की तरह.….!!!

खुद को हर पल भुलाकर
उसे अपना खुदा बनाकर
हर दुआ में जिसको माँगा,
वो गैर भी हुआ
तो किसी अजनबी की तरह……!!!!

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